ये करने से बचें,हो सकता है कैंसर | झेलनी पड़ सकती है बड़ी परेशानिया,नहीं है इलाज |
नमस्कार दोस्तों इस न्यूज़ में आपका स्वागत है | दोस्तों हम रोज टीवी पर न्यूज़ देखते है ,या कोई भी फिल्म देखते है तो आपने देखा होगा की सबसे पहले भारत सरकार का एक विज्ञापन आता है और हर चैंनले को वो विज्ञापन चलना अनिवार्ये है | आप मेरी बात समझ गए होंगे की मैं किस विषय पर बात कर रहा हूँ जी हाँ मैं बात कर रहा हूँ मुँह के होने वाले कैंसर के बारे मेंदोस्तों आप सब जानते ही होंगे की दुनिया में सबसे ज्यादा मुख कैंसर के मरीज हमारे भारत में ही है| और हर साल हमारे देश में मुख कैंसर के रोगियों की जनसंख्या में वृदि होती जा रही है| ज्यादातर हमारे देश के गरीब राज्यों में इन मरीजों की संख्या तेजी से बड़ रही है | सबसे दुखद बात तो ये है की जब यह रोग 80 फीसदी हमारे शरीर में फैल जाता है, तब हमे पता चलता है |
मुख कैंसर के लक्षण :- अगर हम मुँह के कैंसर के शुरवाती लक्षणों का पता लगा लें तो बहुत हद तक ये संभव है की हम इस रोग का उचित समय पर इलाज करवा सके | तो हम बताते है की इस रोग के लक्षण क्या है |
1.जीब में या जबड़े में तेज दर्द होना |
2.जीब या जबड़े में ऐठन होना |
3.दांतो का ढीलापन या पायरिया का होना |
4.मुँह के अंदर जखम का होना और लम्बे समय तक उसका ठीक न होना |
5.खाना खाने या बोलने के वक्त गला दर्द करना |
6:मुँह ,जीब ,मसूड़ों पर लाल या सफेद पैच का होना इसे वैज्ञानिक भाषा में ल्यूकोप्लेकिया भी कहते हैं |
मुख कैंसर के कारण :- मुँह में कैविटी के कारण कैंसर हो सकता है ओरल कैविटी में होठ ,गाल,मसूड़े,टॉन्सिल,लार ग्रंथियां नाजुक और सख्त तालु,जीब,जीब के अंदर का हिस्सा आते हैं |जब इन भागों मैं कोशिकाओं की मात्रा मैं हद से ज्यादा वृद्धि होती है तो वो एक गांठ बन जाती है तो ट्यूमर हो सकती है इसी ट्यूमर को कैंसर कहते हैं | भारत देश मैं इस कैंसर के बढ़ने का सबसे बड़ा कारण तम्बाकू,सिगरेट,पान मसाला,गुटखा,शराब और मुँह की सफाई न रखना है जिसके कारण ये कैंसर बड़ी तेजी से बढ़ता जा रहा है | मुख कैंसर के खतरे के बारे मैं जागरूकता की कमी भी इस रोग के फैलने का सबसे बड़ा कारण है |
मुख कैंसर का इलाज :-वैसे तो किसी भी प्रकार के कैंसर का कोई इलाज नहीं होता ये लाइलाज बीमारीहोती है | परन्तु फिर भी अगर हम थोड़े से भी इस रोग के प्रति जागरूक हो जाएँ और थोड़ी सावधानी और अपने खाने पीने की आदतें बदल लें तो इस रोग की समय से पहले ही पहली ही स्टेज मैं पहचान कर इसकी रोकथाम की जा सकती है | आपको सिर्फ अपनी आदतों को सुधारना होगा| अगर आप भी तम्बाकू,सिगरेट,पानमसाला,गुटखा,शराब अदि का सेवन करना बंद कर दें और अपने मुँह की समय समय पर जांच करवाते रहे तो आप मुख केसर से होने वाले नुकसान से बच सकते है और दूसरों को भी इस रोग के प्रति जागरूक कर सकते है |हमे अपनी जिम्मेवारी को समझना होगा और पब्लिक पैलेस मैं अगर कोई व्यक्ति धूम्रपान करता है तो उसको ऐसा करने से रोकना होगा क्योंकि वह अपना नुकसान तो करता ही है, साथ मैं जो भी व्यक्ति उस धुएं के सम्पर्क मैं आता है, उसको भी इससे हानि पहुँचती है
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